छत्तीसगढ़: रायपुर में फर्जी डिग्रियां बेचने के रैकेट का पर्दाफाश, संचालक गिरफ्तार

रायपुर
छत्तीसगढ़ के रायपुर में फर्जी डिग्रियां बेचने के रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने फेक सर्टिफिकेट बेचने के आरोप में एक शैक्षणिक संस्थान के संचालक को गिरफ्तार किया है। आरोपी इंस्टीट्यूट खोलकर फर्जी डिग्रियां बेचने का काम करता था। आरोपी एमबीबीएस, बी।फार्मा, बीएएमएस समेत कई कोर्स की फर्जी डिग्रियां बेचता था। पुलिस ने शिकायत पर आरोपी शैलेन्द्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने कई बेरोजगार लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी शैलेन्द्र कुमार ने पंडरी में अपना कार्यालय खोल रखा था। आरोपी ने पैसे लेकर अपने कार्यालय से कई युवकों को बीएएमएस, बीफार्मा, एमबीबीएस सहित कई डिग्रियां बांटे थे। एक पीड़ित की शिकायत पर रायपुर की सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज किया था। आरोपी बेरोजगारों को झांसा देकर उन्हें ठगी का शिकार बनाता था।
रायपुर के एएसपी प्रफुल ठाकुर ने बताया कि आरोपी शैलेन्द्र कुमार ने वर्ष 2013 में पंडरी में इंडियन अल्टरनेटिव मेडिकल कॉलेज खोला था, जिसे कुछ दिन बाद ही उसने उसे बंद कर दिया था। इसके बाद यहीं पर कार्यालय संचालित कर फर्जी डिग्री बांटने का काम उसने शुरू किया। फर्जी डिग्री की एवज में वो बेरोजगारों से लाखों रुपये वसूलता था। आरोपी के इंस्टीट्यूट का किसी भी विश्वविद्यालय से संबद्धता नहीं है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने 40 हजार कैश, एक हीरो होंडा मोटर साइकिल, 11 मोबाइल फोन और कई फर्जी सर्टिफिकेट जब्त किए हैं। मामले में जांच जारी है।