युवा खिलाडिय़ों को कैसे निखारते हैं टीम इंडिया से सीखो : मिकी आर्थर

श्रीलंका के मुख्य कोच मिकी आर्थर का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीमें भारत से सीख सकती हैं कि युवा खिलाडिय़ों को कैसे निखारा जाए और महत्वपूर्ण मौकों पर उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जाए। गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी, विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने सभी प्रारूपों के लिए मजबूत बेंच स्ट्रैंथ तैयार की है और आर्थर इससे प्रभावित हैं। श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत की सात विकेट से जीत के बाद आर्थर ने कहा कि यह देखना रोचक रहा कि वे युवा खिलाडिय़ों को ला रहे हैं और अहम समय पर उन्हें जिम्मेदारी दे रहे हैं, यह काफी अच्छा है। इन युवा खिलाडिय़ों को प्रदर्शन करते हुए देखना शानदार है। मुझे लगता है कि भारत क्रिकेट में अभी बेहद अच्छी स्थिति में है। उन्होंने कहा कि आप लोकेश राहुल जैसे खिलाड़ी को देखिए- उसने कुछ ऐसे शॉट खेले जो बेहतरीन थे। भारत और संभवत: आस्ट्रेलिया इस समय विश्व क्रिकेट की शीर्ष टीमों में शामिल है। आस्ट्रेलिया ने फिर लय हासिल कर ली है। श्रीलंका से पहले आर्थर दक्षिण अफ्रीका (2005-10), आस्ट्रेलिया (2010-13) और पाकिस्तान (2016-19) को कोचिंग दे चुके हैं। भारत टी-20 में उतना मजबूत नहीं है जितना दो अन्य प्रारूपों में लेकिन आर्थर को टीम इंडिया में कोई कमजोरी नजर नहीं आती। उन्होंने कहा कि उनकी क्रिकेट टीम शानदार है और कोई कमजोरी नजर नहीं आती। आर्थर ने स्वीकार किया कि उनकी टीम दूसरे टी20 में भारत को बड़ा लक्ष्य नहीं दे पाई। मेजबान टीम ने 143 रन के लक्ष्य को 17.3 ओवर में ही हासिल कर लिया। आर्थर ने कहा कि हमने पर्याप्त रन नहीं बनाए। हमने वार्म अप के दौरान अपने एक गेंदबाज (इसुरु उदाना) को गंवा दिया लेकिन मुझे लगता है कि हमने भारत को किसी तरह के दबाव में डालने के लिए 20-25 रन कम बनाए। हमारे कुछ बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की लेकिन शुरुआत ही पर्याप्त नहीं है। किसी को हमारे लिए 60-70 या 80 रन की पारी खेलनी होगी। आर्थर ने साथ ही स्वीकार किया कि युवा बल्लेबाजी इकाई को आत्मविश्वास हासिल करने में कुछ समय लगेगा।