डा. मनमोहन सिंह व लाल कृष्ण अडवानी बंटवारे का दर्द समझ सकते हैं

डा. मनमोहन सिंह व लाल कृष्ण अडवानी बंटवारे का दर्द समझ सकते हैं
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बटाला

पिछले 70 वर्षों से देश में लम्बित पड़े फैसले जिनमें अनुच्छेद 370, राम मंदिर व सिटीजन एमैंडमैंट एक्ट सम्मिलित हैं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने लिए हैं ताकि देश को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके। यह विचार पुरानी अनाज मंडी में जनसभा को संबोधित करते भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अब देश को बदलने का समय आ चुका है जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दृढ़ फैसले ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुद संसद में देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि सी.ए.ए. लाने के लिए यदि देश के कानून में बदलाव भी करना पड़े तो करना चाहिए, परंतु आज उन्हीं की पीढ़ी के सदस्य दिल्ली में इस बिल का विरोध कर रहे हैं।

पात्रा ने कहा कि जब देश आजाद हुआ था, तब पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह व पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण अडवानी भी पाकिस्तान से भारत आए थे और बंटवारे का दर्द वही समझ सकते हैं, सोनिया गांधी नहीं। उन्होंने कहा कि आज महात्मा गांधी के सपने को सिर्फ गुजरात के नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ही पूरा किया जा रहा है, जबकि 70 वर्ष तक देश में शासन करने वाले गांधी परिवार ने महात्मा गांधी के सपनों को नजरअंदाज किया। जनसभा के पश्चात ‘देश जगाओ मंच’ बटाला ने सी.ए.ए. के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाली गई जो शहर के विभिन्न भागों से गुजरी।

पत्रकारों की बहस और विरोधी राजनीतिक दलों के नेताओं को चारों खाने चित करने के लिए जाने जाते भाजपा नेता सम्बित पात्रा को जब पूछा गया कि जिस नाम से शहीद-ए-आजम भगत सिंह की सोच पर पहरा देते हुए तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है, अगर भगत सिंह आज जिंदा होते तो क्या वह सी.ए.ए. का समर्थन करते तो इस बात पर संबित पात्रा प्रैस कॉन्फ्रैंस छोड़ कर भाग गए।

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