विधानसभा में गूंजे दलित अत्याचार के मामले, विपक्ष ने किया हंगामा

जयपुर,(G.N.S)
राज्य में दलितों पर हुए अत्याचार को लेकर विपक्ष ने विधानसभा में वॉक आउट किया। प्रश्नकाल के दौरान, विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने आरएलपी विधायक नारायण बेनीवाल की मांग का समर्थन किया, जिन्होंने 16 फरवरी को पचोरी पुलिस थाने के तहत दो दलितों के उत्पीड़न पर नागौर एसपी को निलंबित करने की मांग की थी।
बेनीवाल ने आरोप लगाया कि यह घटना राज्य की खराब कानून-व्यवस्था की वजह से हुई है। उन्होंने पुलिस पर तुरंत कार्रवाई न करने और पीड़िता पर आरोपियों के साथ मामला निपटाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया।
भाजपा विधायकों द्वारा समर्थित बेनीवाल ने कहा, “मैं नागौर के एसपी को समय पर कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए हटाने की मांग करता हूं।” यह मुद्दा उठाते हुए वे बाहर चले गए।
विपक्ष के नेता कटारिया ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने आरोपी को शुरू में मामूली धाराओं के तहत बुक किया और बाद में प्राथमिकी में एक और धारा जोड़ी गई। विपक्ष ने यह भी कहा कि यह मुद्दा ‘सामूहिक बलात्कार’ के समान था।
विपक्ष के आरोप का जवाब देते हुए, संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि पुलिस ने समय पर कार्रवाई की और दावा किया कि नागौर के एसपी ने पुलिस उपाधीक्षक को जांच सौंपी थी। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी अधिकारी को नहीं बचा रही है और विपक्ष को इससे राजनीतिक मुद्दा बनाने की अनुमति नहीं देगा।