दिल्ली में लोग मर रहे हैं, सुखबीर डांसर के ठुमकों का ले रहे मजा : परमिन्द्र ढींडसा

संगरूर
पूर्व वित्त मंत्री परमिंद्र सिंह ढींडसा ने महान पंथक इकट्ठ की ओर से सुखबीर सिंह बादल को शिअद की प्रधानगी के पद से बर्खास्त करने के फैसले को समय पर उठाया कदम बताते हुए कहा कि उसकी मूनक फेरी ने और भी स्पष्ट कर दिया है कि सुखबीर सिंह बादल को अकाली दल से परे करना जरूरी था।
पत्रकारों से बात करते हुए ढींडसा ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल को लोगों की भीड़ इकट्ठी करने के लिए हरियाणा की डांसर का सहारा लेना पड़ा है। दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि एक ओर दिल्ली जल रही है लोग मर रहे हैं व घावों की ताव झेल रहे हैं। परंतु सुखबीर बादल हरियाणा की डांसर के ठुमकों का मजा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिअद की विचारधारा लोगों के दुख दर्ज का सहारा बनना व दुखी लोगों को धीरज देना है। पंथक एकत्रिता दौरान संगत की भावनाएं उभरकर सामने आई थीं।
सुखबीर बादल की न तो सोच पंथक है, न जुबान पंथक है व न ही कारगुजारी पंथक है। संगत के इन तथ्यों सहित कही बात आज साबित हो चुकी है। लहरागागा हलके के लोगों ने सुखबीर बादल का अहंकार तोडऩे के लिए पूरे उत्साह से भाग लिया था। इस अवसर पर जत्थेदार रजिन्द्र सिंह कांझला, जत्थेदार गुरबचन सिंह, सुखवंत सिंह, रामपाल सिंह, सत्गुरु सिंह, गुरमीत सिंह आदि उपस्थित थे।