जालियावाला बाग नरसंहार मानवता को शर्मसार करने वाली घटना: जगदीप धनखड़

कोलकाता
बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कहा कि जालियावाला बाग नरसंहार की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली घटना थी। उन्होंने कहा कि इस नरसंहार को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। राज्यपाल धनखड़ ने इस दिन महानगर के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में जालियावाला बाग नरसंहार की शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित एक प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर ये बातें कहीं।
इस अवसर पर राज्य की प्रथम नागरिक व राज्यपाल की पत्नी सुदेश धनखड़, पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान और अर्जुन अवार्ड विजेता गुरबक्स सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग व अधिकारीगण उपस्थित थे। यह प्रदर्शनी आगामी 19 अप्रैल तक विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में प्रदर्शित की जाएगी।
इस मौके पर राज्यपाल ने लोगों से प्रदर्शनी में आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह उन लोगों के लिए श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना जीवन लगाया। इस प्रदर्शनी को देखने से लोगों को राष्ट्रवाद की प्रेरणा मिलेगी और इसके प्रति आत्मचिंतन बढ़ेगा। इस मौके पर राज्यपाल ने विक्टोरिया मेमोरियल हॉल के संग्रह से तीन सिख गुरुओं- गुरुनानक देव, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह के जलरंग चित्रों का भी लोकार्पण किया।
ऐतिहासिक प्रदर्शनी के बारे में बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि कलाभवन के सनातन घोष द्वारा बेहद अनुकरणीय तरीके से इसे कलात्मक दिशा दी गई है। उन्होंने जालियावाला बाग नरसंहार को मानवता को शर्मसार करने वाला बताते हुए कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने पिछले साल इस पर खेद व्यक्त किया है। राज्यपाल ने कहा कि जालियावाला बाग नरसंहार के खिलाफ सबसे ऐतिहासिक विरोधों में कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर शामिल रहे हैं, जिनके पत्रों और लेखों के जरिए विरोध व्यापक रूप से प्रशंसित है।
उन्होंने कहा कि इतिहास को शर्मसार करने वाले इस नरसंहार पर कविगुरु के लेख और कविताएं भी इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गई हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह प्रदर्शनी अत्यधिक ज्ञानवर्द्धक है और इससे लोगों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। राज्यपाल ने इस दौरान लोगों से आग्रह किया कि उनके मन में हर समय देश प्रथम की भावना होनी चाहिए।