पुलिस कस्टडी में हुई मौतों की जांच करेगी विस की समिति

रायपुर
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने सदन में अंबिकापुर में पंकज बेग की आत्महत्या को पुलिस कस्टडी में मौत नहीं कहा। उन्होंने बताया कि पंकज बेग ने हवालात से भागकर दूसरी जगह आत्महत्या की थी, इसलिए उसे पुलिस कस्टडी में मौत नहीं कहा जा सकता। इस पर विपक्ष भड़क उठा और उसने इस जवाब पर ऐतराज जताया। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पंकज बेग के मामले में 9 पुलिसवालों पर एफआईआर हुई है, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई।
हत्यारे बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं। वहीं कृष्णा सारथी के मुद्दे पर विपक्ष ने परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की। विधायक बृजमोहन ने कहा कि दबाव में कृष्णा सारथी को बिना अपराध पंजीकृत किए ही थाने लाया गया। वहां उसकी पिटाई की गई ओर इसके बाद उसे फांसी पर लटका दिया गया। विपक्ष ने सरकार ने जानना चाहा कि इस प्रकरण में अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई है। जवाब नहीं आने पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष ने सदन की कमेटी बनाकर जांच कराने की मांग की। जिसे स्पीकर ने स्वीकार कर लिया।
मुख्यमंत्री के ऐलान के 24 घंटे के भीतर संविलियन की प्रक्रिया शुरू: प्रदेश के शिक्षाकर्मियों के लिए संविलियन के ऐलान के महज 24 घंटे के भीतर संविलियन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। शिक्षाकर्मियों की सूचनाएं एकत्रित की जा रही है, ताकि जुलाई से होने वाली संविलियन में देरी नहीं है। जिला पंचायत कोरिया ने चिरमिरी नगर निगम कमिश्नर, विकासखंड शिक्षा अधिकारी और नगर पालिका परिषद के सीईओ को पत्र लिखकर शिक्षाकर्मियों की जानकारी तलब किया है।
मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद विभाग ने अब बुलेट रफ्तार से संविलियन की प्रक्रिया में जुट गया है। पत्र में चार अलग कॉलम के जरिये शिक्षाकर्मियों के व्याख्यताओं, सहायक शिक्षक और शिक्षकों की सूचनाएं मांगी गयी है। पहले कालम में व्याख्याताओं, सहायक शिक्षक व शिक्षकों की संख्या मांगी गयी है, दूसरे कॉलम में 2 साल की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों की संख्या मांगी गयी है।