राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने में शिकायती पत्र

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में नेपाली और भारतीय मजदूरों ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने में शिकायती पत्र दिया है। इन लोगों ने अपनी रोजी-रोटी छीनने और परिवार से दूर किए जाने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जिम्मेदार माना है। लोगों ने कहा कि पूरे विश्व में कोरोना वायरस को फैलाने में चीन जिम्मेदार है। मामला लखीमपुर खीरी के पलिया कोतवाली के स्कूल बलदेव वैदिक का है, जहां पर भारत के महानगरों से आए भारतीय और नेपाली नागरिकों को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया गया है। कोरोना की वजह से भारत समेत पूरे विश्व में रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
क्वारंटाइन किए गए लोगों ने पलिया कोतवाली के सर्किल ऑफिसर राकेश नायक को शिकायती पत्र देते हुए मांग की है कि उचित जांच कराकर मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्याय दिलाया जाए। सीओ राकेश नायक ने कहा, शिकायती पत्र को इंस्पेक्टर पलिया को सौंप दिया है और उचित कार्रवाई करने के लिए अग्रेषित किया है। नोएडा से पलिया पहुंचे नेपाली नागरिक ने बताया कि चीन की वजह से वह भुखमरी के शिकार हुए हैं और पलिया में आकर फंस गए हैं। लॉकडाउन की वजह से वे अपने देश नहीं जा पा रहे हैं। उनको न्याय दिलाया जाए।
पलिया में रहने वाले बुजुर्ग शफीक का कहना है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग कोरोना वायरस को फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं। उनको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। बता दें, पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस (COVID-19) से जंग लड़ रही है। दुनियाभर में वायरस के कारण 33,976 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं संक्रमित लोगों की संख्या सात लाख के आंकड़ा को पार कर चुकी है। भारत में संक्रमित मामलों की संख्या 1251 हो गई है, जबकि इस महामारी से 32 लोगों की मौत भी हुई है। कोरोना वायरस को देखते हुए देश में 21 दिनों तक लॉकडाउन है, आज लॉकडाउन का 7वां दिन है।