ब्रेग्जिट से आईटी-फार्मा क्षेत्र को नुकसान

भारत पर असर…यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ 45 साल पुराने संबंधों को तोड़कर ब्रिटेन बाहर आने की तैयारी में है। दुनिया की 6वीं बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश मेें होने वाली इस राजनीतिक और व्यापारिक घटना का असर भारत पर भी पड़ेगा।बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रिटेन के ईयू से अलग होने (ब्रेग्जिट) का भारत को फौरी तौर पर कई क्षेत्रों में नुकसान उठाना पड़ेगा, लेकिन भविष्य में बड़ा लाभ होने की संभावना है। ब्यूरो
आईटी उद्योग संगठन नासकॉम ने अनुमान जताया है कि ब्रिटेन अगर यूरोपीय संघ से बाहर आता है, तो भारत के 108 अरब डॉलर के आईटी उद्योग पर गहरा असर पड़ेगा। ब्रिटेन सहित अन्य यूरोपीय देशों में आईटी उत्पादों का 25 फीसदी हिस्सा निर्यात किया जाता है।भारतीय अर्थव्यवस्था में हर साल 180 अरब डॉलर का राजस्व सिर्फ आईटी उद्योग क्षेत्र से आता है। इसमें भी 70-80 फीसदी हिस्सेदारी निर्यात की होती है। 2019-20 में भारत को आईटी उत्पादों व सेवाओं के निर्यात से 147 अरब डॉलर का राजस्व मिलने की उम्मीद है।
नासकॉम का कहना है कि ब्रेग्जिट की घटना यूरोपीय देशों के साथ भारत के इस निर्यात पर असर डाल सकती है। आईटी के अलावा फार्मा और ऑटोमोबाइल क्षेत्र के उत्पाद निर्यात पर भी असर पड़ सकता है।