क्रिप्टो करेंसी पर दुनिया की राहें जुदा-जुदा

क्रिप्टो करेंसी, आज एक ऐसा मुद्दा बन चुका है जिसके भविष्य के बारे में हर कोई जानना चाहता है। इनमें वो लोग भी शामिल हैं जो इसमें निवेश कर रहे हैं और वो भी जो इसे बैन करने की वकालत करते नजर आ रहे हैं। क्रिप्टो समर्थक मानते हैं कि एक दिन ये डिजिटल मुद्राएं, भविष्य की ग्लोबल करेंसी साबित होंगी। लेकिन इस मसले पर सभी देशों की अलग-अलग राय हैं। कुछ देशों में इसे लीगल टेंडर यानि आधिकारिक करेंसी मान लिया गया है तो कहीं इसके इस्तेमाल पर बैन लगा है या बैन करने की तैयारी हो रही है।
कई ऐसे देश भी हैं, जहां अब तक क्रिप्टो करेंसी को लेकर कोई आम राय नहीं बन पाई है और इसे एक एसेट के तौर पर ही देखा जा रहा है। लेकिन एक बात साफ है कि क्रिप्टो करेंसी की बढ़ती मांग ने इसके नकारात्मक और सकारात्मक पहलुओं पर सोच-विचार करने को मजबूर कर दिया है। क्रिप्टो रिसर्चर शिखा शर्मा का मानना है कि दुनिया भर की सरकारें क्रिप्टो करेंसी के मामले में सोच-समझकर नियम बनाना चाहती हैं। यही वजह है कि अलग-अलग देशों में क्रिप्टो को लेकर अलग-अलग कानून बन रहे हैं।