ड्रैगन की दादागिरी

हांगकांग पोस्ट के अनुसार, इस तरह की धमकियां और उत्सवों पर पाबंदी तिब्बती पहचान को कमजोर करने के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है। अखबार ने तिब्बती सूत्रों के हवाले से बताया कि तिब्बत क्षेत्र में चीनी अफसरों ने यात्रा करने और समारोह आयोजित करने पर रोक लगा दी है और प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वालों को दंडित करने की चेतावनी दी गई है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, चीन ने तिब्बत की राजधानी ल्हासा और उसके आसपास तिब्बती नव वर्ष ‘लोसर’ के उपलक्ष्य में सभी प्रमुख धार्मिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस कारण तिब्बती नए वर्ष पर अल्पसंख्यक समुदाय को कई तरह की रुकावटों और हस्तक्षेप का सामना करना पड़ा। पिछले माह ल्हासा के जातीय व धार्मिक मामलों के ब्यूरो ने कोविड-19 का हवाला देकर इस पर पाबंदी लगा दी।
हांगकांग पोस्ट के अनुसार, इस तरह की धमकियां और उत्सवों पर पाबंदी तिब्बती पहचान को कमजोर करने के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है। अखबार ने तिब्बती सूत्रों के हवाले से बताया कि तिब्बत क्षेत्र में चीनी अफसरों ने यात्रा करने और समारोह आयोजित करने पर रोक लगा दी है और प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वालों को दंडित करने की चेतावनी दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकारी नौकरियों में काम करने वाले तिब्बतियों को नए साल पर काम के लिए ड्यूटी पर हाजिरी देना अनिवार्य कर दिया गया। ऐसा इसलिए ताकि वे जश्न मनाने अपने गृहनगर न जा सकें।