24 साल से जेल में बंद तीन नागरिक निर्दोश रिहा

साल 1996 में लाजपत नगर बम धमाकों के मामले में 24 साल से जेल में बंद तीन कश्मीरी नागरिकों को दिल्ली हाईकोर्ट और राजस्थान हाईकोर्ट ने निर्दोश करार देते हुए रिहा कर दिया। यह लोग जयपुर और तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे। बुधवार को वह अपने घर पहुंचे तो घर वालों की आंखें आंसुओं से भर आईं। लतीफ अहमद शमसावरी को काठमांडू से पकड़ा गया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस सेल में रखा गया। लतीफ का कहना है कि उसे यकीन नहीं हो रहा है कि वह अब आजाद है। इसके बाद हमें जयपुर पुलिस ने अपने पास रखा। आरोप लगाया कि हम लोग लाजपत नगर बम धमाकों में शामिल हैं। लतीफ का कहना है कि कई निर्दोष कश्मीरी जयुपर की जेल में बंद है जिनको किसी न किसी तरह के मामले में रखा हुआ है। लतीफ के घर पहुंचने पर उसका परिवार आंसुओं में डूब गया। नमछाबल का रहने वाला मिर्जा हुसैन और हसानाबाद का रहने वाला मुहम्मद अली भट्ट भी जेल से छूट कर आए। ये भी इसी मामले में जेल में थे। तीनों के घर पहुंचने पर परिवार ने खुशी मनाई।