मिलावटी खाद्य पदार्थों पर लगाम कसे, सैम्पल कलैक्शन में तेजी लाए

जयपुर के जिला कलक्टर श्री जगरूप सिंह यादव ने जिले में मिलावटी खाद्य पदार्थोके विक्रय पर लगाम कसने के लिए ‘सैम्पल कलेक्शन‘ के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। जयपुर जिला कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को विभागीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री यादव ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले खाद्य पदार्थ विक्रेताओं के खिलाफ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारी (एफएसओ) सतत रूप से प्रभावी कार्यवाही करे, केवल खानापूर्ति नहीं करे। जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रथम एवं द्वितीय को निर्देश दिए कि वे अपने अधीन कार्यरत सभी आठों खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को प्रतिमाह मिठाई के बडे़ व्यवसायियों, उत्पादन इकाईयों व अन्य बडे़ प्रतिष्ठानों से भी जांच के नमूने नियमित रूप लेने के लिए पाबंद करे। उन्होंने कहा कि असुरक्षित एवं सबस्टैण्डर्ड पदार्थों के विक्रय के मामले पकडे़ जाने पर समय पर कोर्ट में चालान पेश करना सुनिश्चित करे। उन्होंने जिले में खाद्य सुरक्षा के इन अधिकारियों द्वारा नमूना संग्रहण, कोर्ट में इस्तगासा से दाखिल करने एवं कितने प्रकरणों में जुर्माना एवं सजा दिलाने की कार्यवाही की गई है, इसकी समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। बैठक में मानसून के दौरान नगर निगम के स्तर पर स्थापित कन्ट्रोल रूम की सेवाएं संतोषजनक नहीं होने पर जिला कलक्टर ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने इनमें सुधार करते हुए प्राप्त होने वाली सभी शिकायतों को गम्भीरता एवं संवेदनशीलता से निराकरण करने के निर्देश दिए। इसके अलावा जलभराव वाले क्षेत्रों, नालों की साफ-सफाई तथा मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए कचरा निस्तारण के संबंध में भी जिला कलक्टर ने नगर निगम के अधिकारियों से रिपोर्ट ली और इनके संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। श्री यादव ने निजी परिसरों में लार्वा ब्रीडिंग ग्राउंड को स्थान एवं भवन मालिक सहित चिन्हित करके सूची नगर निगम को उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नगर निगम के स्तर से इस आधार पर ऎसे लापरवाह भवन मालिकों को नोटिस जारी किए जाए। नोटिस के बाद निजी परिसरों में एंटी लार्वा गतिविधि अपने स्तर पर मालिकों द्वारा नही कराई जाती है तो वहां एंटी लार्वा गतिविधि कराकर उसका खर्च मालिक से वसूला जाए। साथ ही ऎसे निजी परिसरों के मालिकों के खिलाफ भारतीय दंड सहिता के तहत मुकदमा भी दर्ज कराने के निर्देश दिए। बैठक में जलदाय विभाग के अधिकारियों को बारिश के दौरान जल जनित बीमारियों के लिए पाइप लाइन लीकेज के प्रकरणों पर कड़ी निगरानी रखते हुए, उन्हें तत्काल दुरूस्त करने के निर्देश दिए गए। जयपुर विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि चाकसू एवं बस्सी के कुछ क्षेत्रों में वर्षा के कारण बाधित सप्लाई को बहाल करने का कार्य चल रहा है। बैठक में वन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि जयपुर जिले में विभाग की भूमि पर 5 लाख पौधे लगाने के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 4.5 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं। इसके अलावा 21.76 लाख पौधे के वितरण के लक्ष्य के संबंध में कार्यवाही जारी है। आमजन एवं सरकारी एजेंसियों को पौध वितरण जयपुर 10 तथा ग्रामीण क्षेत्र में स्थित 25 नर्सरियों के माध्यम से किया जा रहा है। बैठक में पशु पालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले रसायन युक्त उपचारित बीज को चुग्गें के रूप में डालने से पक्षियों को होने वाली हानि को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकाें की गोष्ठियां आयोजित की जाएगी। इनमें रसायन युक्त उपचारित बीज जो अनुपयोगी रह जाते है, उनको जमीन में गढ्ढ़ा खोदकर नष्ट करने के बारे में प्रचार-प्रसार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस संबंध में गत दिनों आयोजित बैठक में जिला कलक्टर ने निर्देश प्रदान किए थे। बैठक में विभागीय बजट घोषणाओं, जन घोषणा पत्र तथा सम्पर्क पोर्टल के बकाया प्रकरणों के निस्तारण के संबंध में भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम) श्री इकबाल खान, अतिरिक्त जिला कलक्टर (चतुर्थ) श्री अशोक कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर (पूर्व) श्री राजीव पाण्डे तथा अतिरिक्त जिला कलक्टर (दक्षिण) श्री धारा सिंह मीना सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।