राजस्थली पर तीज लहरिया उत्सव अंतिम पायदान पर

राजस्थली पर तीज लहरिया उत्सव अंतिम पायदान पर
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उद्योग विभाग द्वारा राजस्थली पर आयोजित तीज लहरियां उत्सव का समापन मंगलवार को होगा। उद्योग आयुक्त डॉ. कृृष्णा कांत पाठक ने बताया कि पांच दिवसीय तीज लहरिया उत्सव अंतिम पायदान पर पहुंच गया है। इसमें तीज सिंजारे के अवसर पर महिलाओं व युवतियों के राजस्थान के परंपरागत लहरिया और लहरियां सूट-दुप्पटा आदि से रुबरु कराना और उपलब्ध कराना रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में महिला और पुरुष परिधानों की समृद्ध परंपरा रही है।  डॉ. पाठक ने बताया कि पांच दिवसीय उत्सव में जयपुरवासियों के लिए लहरिया के विविध रुप यथा समुंद लहरिया, इन्द्र धनुषीय लहरिया, फागुनिया, मोठड़ा के साथ ही साथ परंपरागत बंधेज, चूंदड़ी, कोटा डोरिया व सूती, रेशमी साड़िया प्रदर्शित व बिक्री की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा लहरिया व अन्य डिजाइन के सूट, दुप्पटे और अन्य परिधान उपलब्ध कराए गए हैं।  प्रभारी श्री एसएस शाह ने बताया कि उत्सव में मंगलवार को अंतिम दिन प्रातः 11 बजे से रात 9 बजे तक स्टॉलें ख्ुाली रहेगी। उन्होंने बताया कि करीब 50 स्टॉलों के साथ ही रसोई उत्सव का जाना माना लहरिया समोसा, खीरमोहन, दही बढ़े सहित आकर्षक फूड कोर्ट भी लगाया गया है। तीज लहरियां उत्सव में राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान, राजकीय महिला पॉलिटेक्निक कालेज, एपेरेल ट्रेनिंग एण्ड डिजाइन सेंटर, पूर्णिमा विश्वविद्यालय, जयपुर कलाकेन्द्र और रेडिएंस के युवा डिजाइनरों द्वारा भी लहरिया थीम पर उत्पाद प्रदर्शित व बिक्री की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि उद्यम प्रोत्साहन संस्थान द्वारा रुडा, बुनकर संघ, हाथकरघा विकास निगम और राजसिको के सहयोग से अयोजित तीज सिंजारा उत्सव 30 जुलाई तक आयोजित किया गया है।
Admin

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