बाल संरक्षण की दिशा में कोताही बर्दाश्त नहीं

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा है कि बाल संरक्षण हमारी पहली प्राथमिकता है तथा इस दिशा में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्रीमती बेनीवाल ने गुरूवार को जोधपुर सर्किट हाऊस में बताया कि राज्य के सभी 33 जिलों में पहुंचने के हमारे संकल्प के तहत हम नियमित विभिन्न जिलों का दौरा करके समस्याओं की जड़ों पर आघात करेंगे। उन्होंने दुःख व्यक्त किया कि बच्चियों से दुष्कर्म के मामलों पर आयोग भावुक है। इस दिशा में कदम उठाते हुए हाल ही हमने जयपुर में सामाजिक संगठनों के साथ गहन मंथन किया था इसमें करीब 50 संस्थाएं पूरे देश से आई थी। उन्होंने बताया कि हम आगामी कार्य योजना के तहत गुड-टच, बैड-टच के बारे के नुक्कड़ सभाएं करके बच्चों को जानकारियां देंगे। वर्तमान में बाल श्रम पर भी नियंत्रण करने के लिए ढ़ाबों, होटलों आदि पर बाल संरक्षण की टीम औचक रूप से पहुंच रही है। बाल छात्रवासों में भी हम औचक निरीक्षण करते हैं तथा रसोईघरों में भी व्यवस्थाएं देखते है। उन्होंने बताया कि गत 26 जुलाई को जयपुर में राज्य स्तरीय कन्सलटेशन आयोजित कर आयोग ने बाल अधिकार क्षेत्र में कार्यरत विशेषज्ञों से सुझाव लिए थे। विशेषज्ञों का दल आगामी 3 वर्षो की कार्य योजना को लेकर प्रयासरत है। मुख्यमंत्री द्वारा आयोग का विजन-मिशन डाक्यूमेन्ट जारी किया गया। इससे सभी हितधारकों को साथ लेकर मिशन मोड में और ज्यादा सक्रिय होकर कार्य किया जाएगा।