योजनाबद्ध प्रयासों से बना औद्योगिक निवेश का सकारात्मक माहौल

अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने विभागीय मॉनिटरिंग व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए विभागीय अधिकारियों को जिलों के औद्योगिक विकास को गति देने के लिए नियमित विजिट के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जनघोषणा पत्र, बजट घोषणाओं, मुख्यमंत्री इंफोरमेशन मॉनिटरिंग सिस्टम, अभाव अभियोग प्रकरणों के निष्पादन प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए भविष्य में भी समयबद्ध क्रियान्विति सुनिश्चित करे।
डॉ. अग्रवाल मंगलवार को उद्योग भवन में विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। डॉ. अग्रवाल ने मुख्यमंत्री व उद्योग मंत्री द्वारा प्रेषित प्रकरणों, सीएमआईएस और पोर्टल के प्रकरणों का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रकरणों पर ठोस निर्णय लिए जाएं। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि न्यायालयों में विचाराधीन प्रकरणों में बकाया जवाब दावें शीघ्र प्रस्तुत करने, प्रभावी पेरवी सुनिश्चित कराने और निर्णित प्रकरणों पर समय सीमा में कार्यवाही सुनिश्चित करे ताकि अवमानना के मामलें नहीं आ सके। इस अवसर पर उद्योग आयुक्त डॉ. कृृष्णा कांत पाठक ने बताया कि विभाग से संबंधित जन घोषणाओं, बजट घोषणाओं, सीआईएमएस, अभाव अभियोगों व अन्य बिन्दुओं की नियमित समीक्षा और प्राथमिकता से क्रियान्विति सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंंने बताया कि विभाग द्वारा सरलीकरण और सीधे जुड़ाव की दिशा में कदम बढ़ाए हैं जिसके परिणाम आने लगे हैं। डॉ. पाठक ने कहा कि समग्र व योजनाबद्ध प्रयासों से प्रदेश में औद्योगिक विकास का सकारात्मक माहौल तैयार हुआ है। सरलीकृत कानून से निवेशक उत्साहित है। अब जल्दी ही नई औद्योगिक और निवेश प्रोत्साहन नीति के साथ निर्यात नीति आने वाली है। बैठक में उप सचिव नीतू बारुपाल, प्रमिला भंसाली, अतिरिक्त निदेशक अविन्द्र लढ्डा, संयुक्त निदेशकों में वाईएस माथुर, एसएस शाह, पीएन शर्मा, संजय मामगेन, सीबी नवल, योगेन्द्र गुरनानी, उपनिदेशकोें में धमेन्द्र पूनिया, केके पारीक, निधि शर्मा, राजीव गर्ग, वित्त अधिकारी भारती मीणा, डीएलआर अशोक गुप्ता, एसओ बद्री मीणा आदि ने प्रगति से अवगत कराया।