आर्थिक मंदी की चपेट में पारले, 10 हजार लोगों की जॉब्स पर लटकी तलवार

नई दिल्ली
ऑटो सेक्टर से शुरू हुआ आर्थिक मंदी का रोग अब कई सेक्टर में फैल गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई सेक्टर्स से फैक्टरी बंद होने, प्रोडक्शन घटाने और कर्मचारियों की खबरें लगातार निकल कर सामने आ रही हैं। अब इस मंदी की चपेट में बिस्किट बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी पारले भी आ गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, खपत में सुस्ती आने के कारण पारले प्रॉडक्ट्स 8,000-10,000 लोगों की छंटनी कर सकती है। कंपनी 100 रुपए प्रति किलो या उससे कम कीमत वाले बिस्किट पर GST घटाने की मांग की है। अगर सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी तो हमें अपनी फैक्टरियों में काम करने वाले 8,000-10,000 लोगों को निकालना पड़ सकता है क्योंकि सेल्स घटने से कंपनी को भारी नुकसान हो रहा है। पारले जी बिस्किट आमतौर पर 5 रुपए या कम के पैक में बिकते हैं। आपको बता दें कि पारले प्रोडक्ट्स की सेल्स 10,000 करोड़ रुपए से ज्यादा होती है। कंपनी के कुल 10 प्लांट है। इसमें करीब 1 लाख कर्मचारी काम करते है। साथ ही, कंपनी 125 थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी ऑपरेट करती हैं। कंपनी की सेल्स का आधा से ज्यादा हिस्सा ग्रामीण बाजारों से आता है।