बहन के प्रेमी को अगवा कर 10 घंटे तक पीटते रहे भाई, फिर उतार दिया मौत के घाट

गुरदासपुर
बहन के साथ प्रेम संबंधों से खफा भाइयों ने गांव तुंग में यूसुफ नाम के युवक को अगवा कर रात को उसे मौत के घाट उतार दिया। वारदात के बाद रविवार को पुलिस ने प्रेमिका मनप्रीत कौर और उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो भाई काका, प्रीत और देबा नाम का चाचा फरार हो गए। यूसुफ मसीह उर्फ लक्की गांव तुंग का रहने वाला था। मनप्रीत भी इसी गांव की है। पड़ोसी होने के कारण दोनों एक-दूसरे को प्यार करने लगे। यूसुफ टाइल बनाने वाले एक भट्ठे में काम करता था। मनप्रीत का परिवार यूसुफ के साथ रिश्ते के लिए तैयार नहीं था, इसलिए दोनों एक बार घर से भाग भी गए थे। शनिवार दोपहर तीन बजे गांव वरसोला में मेला देखने जा रहे यूसुफ को काका, प्रीत और देबा ने हरदोछन्नी बाईपास से मोटरसाइकिल पर अगवा कर लिया। इस छीनाझपटी में यूसुफ की चप्पल हरदोछन्नी बाईपास पर ही गिर गई थी। इसके बाद आरोपित उसे अपने घर ले आए। देर रात तेजधार हथियारों से उस पर हमला कर दिया। रात एक बजे तक यूसुफ के चिल्लाने की आवाज सुनकर गांव के लोग पहुंचे तो आरोपितों ने हथियार दिखाकर उन्हें भगा दिया। रात को ही जब आरोपित शव को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे तो किसी ने पुलिस को सूचित कर दिया। दो महीने पहले यूसुफ और मनप्रीत कौर घर से भागकर श्रीनगर चले गए थे। लड़की का परिवार दोनों को पकड़कर गांव वापस ले आया था और मामला पंचायत के पास पहुंचा था। पंचायत में लड़की के परिवार ने कहा था कि यूसुफ को छह महीने के लिए गांव से बाहर भेज दिया जाए। इस बीच वे लड़की की शादी कहीं दूसरी जगह करवा देंगे। पंचायत में समझौते के बाद यूसुफ का परिवार गांव छोड़कर गुरदासपुर में प्रेम नगर स्थित किराए के मकान में रहने लगा। परिवार ने गांव तो छोड़ दिया, लेकिन यूसुफ और मनप्रीत का प्रेम प्रसंग पहले ही तरह चलता रहा। थाना सदर प्रभारी मक्खन सिंह का कहना है कि आरोपितों के घर के कमरे से यूसुफ का शव बरामद हुआ है। मनप्रीत और उसकी मां कंती को गिरफ्तार कर लिया है। लड़की के भाई काका, प्रीत और एक अन्य आरोपित फरार हैं। सभी आरोपितों पर हत्या का केस दर्ज किया गया है।