नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी की नागरिकता नहीं छीनताः रविशंकर

देश में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जारी हिंसक प्रदर्शन में अर्बन नक्सल और टुकड़े टुकड़े गैंग का हाथ होने का दावा करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस नए कानून और एनआरसी के बारे में फैलाये जा रहे भ्रम को बेबुनियाद करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कानून किसी भी भारतीय नागरिक पर लागू नहीं होता और इससे किसी की नागरिकता नहीं जाएगी। पटना स्थित भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सीएए और एनआरसी के विरोध में जारी हिंसा प्रायोजित है और इसमें अर्बन नक्सलियों के अलावा बड़ी संख्या में टुकड़े टुकड़े गैंग के लोग खडे़ हैं। उन्होंने दावा किया कि यह झूठ, फरेब और वोट बैंक के लिए काम करने की कोशिश की गई है, और बिल्कुल ही झूठ फैलाया जा रहा है। इसको लेकर हम लोगों के पास गांव गांव में जाएंगे। कानून मंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून भारत के किसी भी नागरिक पर लागू नहीं होता। मुस्लिम समुदाय के लोगों पर भी नहीं। हम पूरी ईमानदारी के साथ मानते हैं कि यह देश जितना हिंदुओं का है उतना ही मुसलमानों का भी है। इस देश को बनाने में मुसलमानों ने भी सहयोग किया है और सरकार की योजनाएं सभी के लिए है। जहां तक एनआरसी का सवाल है तो यह स्पष्ट कहा गया है कि अभी इसकी कोई रूपरेखा नहीं बनी है और इसकी रूपरेखा बनने पर उसपर चर्चा भी होगी। प्रसाद ने कहा कि ‘भारत के टुकडे़’ होंगे यह गैंग इसमें काफी सक्रिय है और उनके खिलाफ हम बहुत सख्त कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि राजद के बंद के दौरान हुई हिंसा की मैं भर्त्सना करता हूं। विशेषकर पटना के पत्रकारों के साथ जो बदसलूकी हुई और उन्हें पीटा और घायल गया और उनके कैमरे तोडे़ गए, यह शर्मनाक है, उसकी मैं जबरदस्त भर्त्सना करता हूं।