नीतीश की रैली में कम भीड़ होने पर विपक्ष ने किया कटाक्ष

पटना
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के लिए प्रचंड जीत की भविष्यवाणी करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की रैली में कम लोग जुट पाने पर विपक्षी दलों ने कटाक्ष करते हुए इसे फ्लाप बताया। बिहार विधानसभा चुनाव में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्विटर पर जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन की तस्वीरें डाली। साथ ही उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश जी के जन्मदिन के शुभ उपलक्ष्य पर पटना के गांधी मैदान में आयोजित महारैली सह महाकार्यकर्ता सम्मेलन की महासफलता पर महाबधाई।
200 सीट जीतने का दावा करने वाले सत्ताबल, धनबल, बाहुबल एवं अश्लील नाच-गाने के बावजूद प्रत्येक विधानसभा से 50 लोग भी नहीं ला पाए। विपक्षी महागठबंधन में शामिल रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी तंज कसते हुए कहा कि यहां तो हालत यह है कि पहाड़ खोदने के बाद चुहिया भी नहीं निकली। कुशवाहा ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार पूरी तरह बेनकाब हो गए और अब भीड़ की चुहिया तलाशने में जुटे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मिल देश में सीएए लागू करवाया है और बिहार के युवाओं, पिछड़ों, महादलितों और अल्पसंख्यकों को छला है इसलिए आज उनके पीछे उनके कार्यकर्ता भी नहीं खड़े हैं।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने पटना के गांधी मैदान में आयोजित जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन को सुपर फ्लॉप शो करार दिया। साथ ही उन्होंने कटाक्ष किया कि विगत 15 वर्षों से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं इसके बावजूद गांधी मैदान का दसवां हिस्सा भी उनके पार्टी के लोगों के द्वारा सत्ता का कथित दुरुपयोग करके भी नहीं भरा जा सका। राजेश ने कहा कि नीतीश को आत्ममंथन करना चाहिए कि आखिर उन्होंने 15 वर्षों तक गद्दी में बैठकर क्या काम किया कि उन्हें सुनने के लिए लोग गांधी मैदान नहीं पहुंच सके।
इसके साथ ही हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने गांधी मैदान में जदयू द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को सुपर फ्लाप बताया। दानिश ने कहा कि जब जदयू के पास कार्यकर्ता ही नहीं हैं तो फिर इस तरह का छोटा आयोजन कराकर ऐतिहासिक गांधी मैदान को अपमानित करने की क्या जरूरत थी।