उदयपुर के बिल्डर के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार ने दिए जांच क आदेश

उदयपुर/मुंबई,
उदयपुर में रॉयल राजविलास प्रोजेक्ट डवलपर नरेश लोढ़ा, उनके भाई, पिता सहित अन्य के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में जांच के आदेश दिए हैं। इन पर मुंबई में 280 लोगों के साथ फ्लैट बेचने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने आ आरोप है।
रॉयल राज विलास प्रोजेक्ट तब भी सुर्खियों में आया था जब साल 2016 में राजस्थान में सिंडीकेट बैंक के करीब 1000 करोड़ रूप्ए घोटाले का खुलासा हुआ था और उसमें सीए भरत बंब गिरफ्तार हुआ था। रॉयल राज विलास प्रोजेक्ट उदयपुर एंटरटेनमेंट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का है और इसके मालिकों में नरेश लोढ़ा जैन, भाई दिनेश लोढ़ा जैन, इनके पिता सुंदरलाल लोढ़ा जैन शामिल है। इन इनके खिलाफ मुंबई में 280 लोगों के साथ फ्लैट बेचने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार यह मामला मुंबई के नालासोपारा उपनगर के यशवंत गौरव क्षेत्र में जय विजय नगरी के मकान मालिकों के साथ धोखाधड़ी व ठगी का है। धोखाधड़ी का आरोप सुमितनाथ बिल्डर के जैन लोढ़ा बंधुओं पर है। राज्यसभा सांसद हुसैन दलवाई ने महाराष्ट्र सरकार से इस मामले में जांच की मांग कर पत्र भेजा था, जिस पर महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग कक्ष अधिकारी अजीत तावड़े के मुंबई पुलिस आयुक्त को भेजे गए पत्र में इस जांच आदेश की जानकारी है।
12 दिन पहले 192 लोगों ने थाने में दी इनके खिलाफ रिपोर्ट
नालासोपारा वेस्ट में करीब 700 लोगों के साथ उदयपुर के कदमाल निवासी बिल्डर नरेश लोढ़ा, सुंदरलाल लोढ़ा, दिनेश लोढ़ा के खिलाफ करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोप है। पीड़ितों ने राज्यसभा सांसद हुसैन दलवाई के जरिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस मामले में निष्पक्ष जांच करवा न्याय दिलवाने की मांग की थी। जिसके चलते यह कार्यवाही शुरू हुई है।
12 दिन पहले 22 फरवरी को 190 से ज्यादा पीड़ित लोग नालासोपारा पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। इन्होंने सामूहिक रिपोर्ट दी थी कि बिल्डर नरेश लोढ़ा ने उनके साथ फ्लैट बेचने में धोखाधड़ी की है। लुभावने ब्रॉशर दिखाकर उन्हें फ्लैट बेच कर उनके साथ धोखा किया गया है।