राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का पंचम दीक्षांंत समारोह

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से ऎसे जिले जहां मेडिकल कॉलेज नहीं है, वहां मेडिकल कॉलेज खोलने के प्रयास किये जाएंगे। उन्हाेंने बताया कि जिन जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं है और 300 बेड का सरकारी अस्पताल है, वहां भारत सरकार को मेडिकल खोलने की अनुमति के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। डॉ. शर्मा गुरूवार को राज्य कृषि प्रबंध संस्थान में राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षान्त समारोह को बतौर विशिष्ट अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले सभी मेडिकल स्टूडेंट को बधाई देते हुए, उन्हें समर्पित भाव से मरीजों की सेवा करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि चिकित्सक और मरीज के सम्बंध सौहाद्रपूर्ण और अच्छे होने चाहिए। मरीजों के लिए डॉक्टर भगवान होते हैं, इसलिए मरीजों के साथ उन्हें अच्छा व्यवहार करना चाहिए। चिकित्सा मंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि राजस्थान देश का सबसे बड़ा भौगोलिक क्षेत्रफल वाला राज्य है। यहां की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाना चुनौती का काम है, लेकिन हम राज्य की सम्पूर्ण आबादी को गुणवत्ता पूर्ण चिकित्सा सुविधाएं पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि एनएचएम की रैकिंग में राज्य में संचालित मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना को देश में चलने वाले निशुल्क दवा योजनाओं में पहला स्थान मिला है। यह पुरस्कार मिलना, हमारी मेहनत का ही प्रतिफल है। इसके साथ ही निशुल्क जांच योजना भी सफलतापूर्वक चल रही है। उन्होंने बताया कि जयपुर के एसएमएस अस्पताल में वृद्ध और निशक्त जनों के लिए ओपीडी में पृथक से बैठने की व्यवस्था की गई, ताकि उन्हें लम्बी लाइन में न लगना पड़े। इसके साथ ही यहां उनके सेम्पल लेने और दवाई उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी गई है। इस व्यवस्था को प्रदेश के अन्य बड़े अस्पतालों में लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जयपुर शहर में गणगौरी, सेटेलाइट और जयपुरिया अस्पतालों को सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि एसएमएस में आउटडोर कम हो और यह सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के रूप में विकसित हो सके। डॉ. शर्मा ने बताया कि उनकी सरकार के द्वारा दिल विदआउट बिल का कन्सेप्ट लाते हुए गुजरात की सत्य सांई संस्था से हृदय रोगियों के निशुल्क उपचार के लिए एमओयू किया। उन्होंने बताया कि यह संस्था निशुल्क हृदय रोगियों का ऑपरेशन करेगी और यहां आने जाने का किराया भी राजस्थान सरकार वहन करेगी। इसके साथ ही ऎसे इलाके जहां चिकित्सा संस्थाएं नहीं हैं, वहां जनता क्लिनक खोले जाएंगे, ताकि यहां रहने वाले लोगों को चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें। इससे पूर्व दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में यू.जी, पी.जी., डिप्लोमा, सुपरेस्पेशियलिटी, डी.एम.,एम.सी.एच और पीएचड़ी की डिग्री हासिल करने वाले विद्यार्थियों को उपाधि एवं पदक प्रदान किए गए। समारोह में पूर्व सांसद डॉ. कर्णसिंह, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजा बाबू पंवार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे।